सुशील कुमार एक होनहार युवा गायक था जो पिछले साल ही इंडियन आइकॉन का विनर बना था। उसकी ख्वाहिश थी कि संगीत के क्षेत्र में कुमार शानू, सोनू निगम, अरिजीत सिंह की तरह नाम कमाए पर उसका करियर अचानक ही अर्श से फर्श पर आ गिरा। उसके लाख हाथ-पाँव मारने के बावजूद उसका कुछ न हो सका पर फिर अचानक ही उसे एक ऐसा ऑफर मिला जिसमें उसे भारी-भरकम रकम हासिल होने वाली थी। लेकिन कुदरत को कुछ और ही मंजूर था। सुशील कुमार की लाश उसके ही बंगले के पीछे बने स्विमिंग पूल में तैरती पायी गयी और उसके कत्ल का इल्जाम ऑफर देने वाले के सर आन पड़ा। इस केस को हल करने की जिम्मेदारी होनहार, काबिल इंस्पेक्टर मनेंद्र त्रिपाठी और सब-इंस्पेक्टर मोइन कलाडिया को सौंपी गयी। दो नये-नवेले जासूस विशाल पूनावाला और अक्षय भी इस केस की जाँच-पड़ताल में शामिल हो हुए तो मामला और दिलचस्प हो गया क्योंकि पुलिस वालों और दोनों जासूसों के बीच छत्तीस का आंकड़ा था।