Ek Himalayan Rahasyamayi एक हिमालयन रहस्यमयी एक सेल्फ-हेल्प पुस्तक है।
“केन्द्रीय ऊर्जा जिसे क्रिएटिव एनर्जी या काम कहते हैं, सन्यास उसी का रूपांतरण है। हम दो देहों से बने हैं और दो देहों में ही मिट जाने को छटपटाते हैं। ध्यान से काम में विस्फोट होता है। सन्यास की सजगता में वह काम रचनात्मक और आनंदपूर्ण होता जाता है- निष्काम! स्वभावतः हमें श्रेष्ठतर साथी मिलता है। अंततः हम अपने भीतर एक श्रेष्ठतम अर्द्धाग को जन्म देकर सीमांत पर आते हैं। यह अपने अद्वैत को पाना है। आगे मोक्ष का सफ़र है। उपाय निश्चित ही मौलिक रहते हैं, सफ़र भी! लेकिन आनन्द का भोध एक है!