Biwi Ka Hatyara | बीवी का हत्यारा- कहा जाता है कि आस्था प्रमाणों पर आधारित विश्वास नहीं अपितु अबाध समर्पण का नाम ही आस्था है । लेकिन रवि कुमार, पेशे से पुलिस इन्स्पेक्टर, जिसे कि सबूतों को जांचने, हर बात पर शक करने की ट्रेनिंग हासिल थी, ऐसी अबाध समर्पण की भावना कहां से लाता!
पुलिस इंस्पेक्टर रवि शर्मा अपनी ट्रेनिंग से सबक लेता है, भरोसा न करने का; और उसका यह सबक ही उस पर भारी पड़ जाता है। और वह मर्डर जैसे संगीन जुर्म की थाह पाते-पाते अपने सोचे ऐसे जाल में फँसता है कि ख़ुद पहुँच गया फाँसी के तख्ते तक! क्यों और कैसे जानने के लिए पढ़ें, बीवी का हत्यारा (Biwi Ka Hatyara)।